One Stop Center: महिलाओं के प्रति दिन प्रतिदिन हो रहे हिंसा अत्याचार और प्रताड़ना से निपटने के लिए भारत सरकार ने वन स्टॉप सेंटर नामक योजना की शुरुआत की है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है इसको रोकना और पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान करना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको वन स्टॉप सेंटर स्कीम से महिलाओं को मिलने वाली चिकित्सा कानूनी मनोवैज्ञानिक और अन्य सहायक सुविधाओं के बारे में अवगत कराएंगे और इसका उद्देश्य सेवाएं लाभ और इसके प्रभाव के बारे में भी बताएंगे।
One Stop Center: का उद्देश्य
वन स्टॉप सेंटर का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को हिंसा के खिलाफ लड़ने में व्यापक तौर से सहायता प्रदान करना है। यह केंद्र महिलाओं को निजी के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली प्रताड़ना से बचने के लिए और उन्हें पुनर्वासित एवं बेहतर जिंदगी देने के मकसद से महिलाओं को मदद करना इसका प्रमुख लक्ष्य है। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि वन स्टॉप सेंटर का मुख्य लक्ष्य महिलाओं को एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करना है जिससे कि वह खुली हवा में निर्भीक होकर सांस ले सके।
One Stop Center: के तहत मिलने वाली सेवाएं
भारत में रह रहे सभी महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर के तहत निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाएगी।
- महिलाओं को आपातकालीन स्थिति से बचाव के लिए, हिंसा से प्रभावित हुई महिलाओं को बचाने और उन्हें निकटतम चिकित्सा सुविधा अथवा आश्रय ग्रह में भेजने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- महिलाओं को विभिन्न प्रकार की चिकित्सकीयान जांच और उपचार की भी सहायता प्रदान की जाएगी
- किसी भी महिला को फिर दर्ज करने में कोई समस्या नहीं आएगी और कानूनी प्रक्रिया में उन्हें सहायता मिलेगा
- किसी भी महिला को मनोवैज्ञानिक तौर पर जूझ रहे और पीड़ा का सामना कर रहे हैं और भावना तक रूप से टूट चुकी महिलाओं को मनोवैज्ञानिक तौर पर परामर्श एवं सहायता प्रदान की जाएगी
- जो महिलाएं और स्थाई रूप से रह रही हैं अथवा जिनके पास कोई निवास नहीं है उन महिलाओं को एक स्थाई आश्रय प्रदान करने का भी लक्ष्य है।
- जरूरतमंद सभी महिलाओं को कानूनी परामर्श एवं सहायता प्रदान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
One Stop Center: सेंटर का लाभ
- वन स्टॉप सेंटर सभी महिलाओं को एक ही स्थान पर सभी प्रकार के आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होगा
- इस योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनने में सभी सहायता प्रदान किए जाएंगे
- वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से सभी महिलाओं को हिंसा के खिलाफ लड़ने का मनोबल एवं साहस प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।
One Stop Center: की उपलब्धता
विभिन्न माध्यमों से अभी तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार भारत में वर्तमान में कुल 802 वन स्टॉप केंद्र संचालित किया जा रहे हैं और अब तक 10 लाख से अधिक महिलाओं को इस केंद्र के माध्यम से सहायता भी प्रदान किया जा चुका है। प्रत्येक जिले में काम से कम एक वन स्टॉप सेंटर स्थापित करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
One Stop Center: का प्रभाव
वन स्टॉप सेंटर जो की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है महिलाओं को हिंसा से बचने और उन्हें पुनर्वासित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। या योजना महिलाओं को उनसे जीने के उनके अधिकारों को वापस दिलाने और उसके प्रति जागरूक करने एवं समाज में उनकी स्थिति को मजबूत करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
निष्कर्ष
ऊपर लिखे सभी पहलुओं को देखते हुए हम इस निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि वह स्टाफ सेंटर महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने और उन्हें विभिन्न प्रकार के सहायता प्रदान करने में एक प्रभावी कदम के रूप में उभर के सामने आ रहा है। या योजना महिलाओं को न केवल सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करेगा बल्कि उनमें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता भी प्रदान करने में भूमिका निभाएगा।
FAQs
वन स्टॉप सेंटर क्या है?
वन स्टॉप सेंटर यह सरकार के द्वारा संचालित महिलाओं को हिंसा के खिलाफ बचाने उन्हें चिकित्सकीय एवं कानूनी और मनोवैज्ञानिक तौर पर सदा प्रदान करने के एक व्यापक पहल है।
वन स्टॉप सेंटर कहां स्थित है?
वन स्टॉप सेंटर भारत सरकार के द्वारा चिन्हित किए गए भारत के प्रत्येक जिले में काम से कम एक वन स्टाफ सेंटर स्थापित करने का प्रावधान है।
वन स्टॉप सेंटर से किस मदद मिल सकती है?
वन स्टाफ सेंटर से सभी महिलाओं जो घरेलू हिंसा सार्वजनिक हिंसा है या किसी भी प्रकार के मानसिक अथवा शारीरिक हिंसा से प्रताड़ित हैं इनको यहां से सहायता मिल सकती है।