ONOP Initiative: भारत सरकार ने भारत के तीन और स्थित समुद्री इलाकों को और भी अधिक उपयोगी बनाने के लिए वन नेशन वन पार्ट नामक एक व्यापक पहल की शुरुआत की है जो देश के बंदरगाहों को आधुनिक बनाने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में एक कलम आगे बढ़ाने की दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है।
यह पहला का मुख्य उद्देश्य विभिन्न बंदरगाहों के संचालक को एकत्रित करके देश के सभी समुद्री व्यापार प्रणाली को अधिक कुशल एवं अफॉर्डेबल के साथ-साथ टिकाऊ बनाना है।
ONOP Initiative: का उद्देश्य
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत तीन और समुद्र से घिरा हुआ है और तीनों और बंदरगाह का संचालन अलग-अलग तरीके से होता है जिसके कारण अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अतः भारत सरकार ने सभी बंदरगाहों के संचालक को एक समान ढांचे के तहत लाकर प्रक्रियाओं को बहुत ही सुव्यसी ढंग से संबंधित करना चाहता है इसके लिए इस वन नेशन वन पार्ट पहला की शुरुआत की है
ONOP Initiative: दक्षता और लागत में कमी
इस पहल के माध्यम से लॉजिस्टिक लागत को काम किया जाएगा और पोर्ट पर टर्न अराउंड समय को भी घटाया जाएगा क्योंकि बॉर्डर पर टर्न अराउंड समय भारत में 24 घंटे से लेकर के 72 घंटे तक है जो की अन्य देशों में मात्र 12 घंटे ही हैं।
ONOP Initiative: वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता
भारत अपने समुद्री व्यापार को और अधिक बढ़ने के लिए अपने सभी पार्ट को वैश्विक तौर पर सुंदर सुविधाजनक और टिकाऊ बनाने के दौड़ में लगा हुआ है।
स्थिरता
दिन प्रतिदिन बढ़ते तापमान और जलवायु में होने वाले परिवर्तन को समझते हुए इंपोर्ट को एनवायरमेंट फ्रेंडली एंड डिजास्टर प्रूफ बनाने के लिए सरकार इसमें बहुत बदलाव करने जा रही है
डिजिटल परिवर्तन
यह पोर्ट स्मार्ट पोर्ट प्रौद्योगिकी और स्वचालन के माध्यम से बंदरगाहों को कई प्रकार के डिजिटल सुविधाओं से भी लैस करने जा रही है जिससे कि हर एक कार्य और भी सम बन जाएगा।
मुख्य तत्व
पोर्ट का आधुनिकरण इस पहल के तहत वोट से संबंधित सभी बुनियादी ढांचों में सुधार किया जाएगा और बड़े जहाज के लिए बंदरगाहों को गहराई तक खुदा जाएगा।
सिंगल विंडो क्लीयरेंस
क्लीयरेंस के मामले में कई आमूल चूल परिवर्तन किया जा रहे हैं क्योंकि अभी तक क्लीयरेंस के लिए काफी समय लग जाता था जो कि अब परिवर्तन के पहचान सिंगल विंडो क्लीयरेंस के माध्यम से समय को बहुत कम कर दिया गया है।
स्मार्ट पोस्ट का कार्य
सरकार चाहती है कि वोट में भी आज के लेटेस्ट टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और इंटरनेट आफ थिंक के साथ-साथ ब्लॉक चेंज जैसी अति आधुनिक तकनीक का उपयोग करके इस रियल टाइम स्मार्ट पोर्ट बना पाए
मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी
जैसा कि हम जानते हैं कि प्रत्येक पोर्ट के पास बहुत सारे लगेज कंटेनर और सामान विभिन्न माध्यमों से आते हैं जैसे की रेल सड़क और अंतर्देशीय जलमार्ग इसलिए सरकार ने मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के माध्यम से इन सभी को एक सिस्टम से जोड़ देगा।
ONOP Initiative: लाभ
इस वन नेशन वन पार्ट के माध्यम से निम्नलिखित लाभ तुरंत दिखाई देने लगेंगे
- तेजी से माल की आवाज आई में सुविधा होगी और देरी कम लगेगी
- लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी और प्रभावी परिवहन नेटवर्क के माध्यम से लागत कम हो जाएगा
- व्यापार और निवेश में वृद्धि होगी क्योंकि व्यापार करने में आसानी हो जाएगी
- रोजगार का सृजन होगा क्योंकि बोर्ड प्रबंधन और लॉजिस्टिक्स में नए रोजगार के अवसर दिए जाएंगे
- पर्यावरण लाभ होगा क्योंकि दक्ष संचालन के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन का मात्रा बहुत कम हो जाएगा
ONOP Initiative: चुनौतियां
नियामक और नीतिगत चुनौतियां सामने आएंगे क्योंकि केंद्र और राज्य के अधिकारियों के बीच संबंध में कमी पाई जाती है
वित्त और निवेश अंतर आधुनिकरण होने के लिए कोई भी चीज के बहुत ज्यादा वित्त और निवेश की जरूरत पड़ती है जो कि भारत के लिए एक बहुत बड़ी चैलेंज है
प्रौद्योगिकी अनुकूलन किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर को स्मूथली चलाने के लिए कुशल कार्यबल की जरूरत पड़ती है और उसे डिजिटल ढांचे में चलाने के लिए एक स्किल्ड लिटरेट कर्मी की जरूरत पड़ती है जो कि भारत में इसकी कमी है।
निजी धारकों का प्रतिरोध यह सरकारी पल कुछ निजी बंदरगाह चला रहे धारकों के लिए एक संकट दिखाई देगी जिस वजह से वह लोग इसका प्रतिरोध करते दिखाई देंगे
सामान्य प्रश्न (FAQs)
वन नेशन वन पार्ट पहला क्या है?
वन नेशन वन पार्ट पहला भारत सरकार की एक दूरगामी पहला है जो बंदरगाहों को एकीकृत करके संचालित करने और उन्हें आधुनिक बनाने में मदद करेगी
स्मार्ट पोर्ट पोर्ट क्या है?
स्मार्टफोन में सभी बंदरगाह को कहेंगे जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग इंटरनेट आफ थिंग जैसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके इसका संचालन कर रहे हो